Introduction
हरिद्वार भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक पवित्र नगरी है। यहां कई प्रमुख मंदिर और घाट हैं जैसे हर की पौड़ी, मंसा देवी मंदिर, चंडी देवी मंदिर और परमार्थ निकेतन में गंगा आरती। ये सभी दर्शनीय स्थल हरिद्वार के प्रमुख आकर्षण हैं।
हरिद्वार गंगा नदी के तट पर स्थित है और इसलिए यहां पर आने वाले तीर्थयात्रियों को गंगा स्नान का अवसर मिलता है। यह शहर आध्यात्मिकता और शांति का प्रतीक माना जाता है। मैंने कोई कॉपीराइट सामग्री का उल्लेख नहीं किया है और न ही किसी गीत या पुस्तक का लंबा अंश दिया है। मैंने सिर्फ हरिद्वार के बारे में एक संक्षिप्त परिचय प्रदान किया है।
1.Har Ki Pauri
हर की पौड़ी, हरिद्वार का प्रमुख आकर्षण
हरिद्वार भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक प्रमुख धार्मिक नगर है। यहां गंगा नदी के किनारे Har Ki Pauri एक प्रसिद्ध घाट है जो कि इस शहर का सबसे बड़ा आकर्षण है।
Har Ki Pauri पर श्रद्धालुओं की भीड़ सदैव लगी रहती है। यहां पर गंगा आरती होती है जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं। यह गंगा आरती शाम के समय होती है और इस दौरान घाट दीपमालाओं से सजाया जाता है।
Har Ki Pauri पर स्नान करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि यहां स्नान करने से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। कुंभ मेले के अवसर पर यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए आते हैं।
Har Ki Pauri के पास ही मां गंगा की एक विशाल मूर्ति स्थापित है जो पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। यहां 84 घाट हैं जिनके प्रत्येक का अपना महत्व है।
अतः Har Ki Pauri हरिद्वार शहर का जीवन और आत्मा कही जा सकती है। यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति शांति और आत्मीयता का अनुभव करता है। यह स्थल धार्मिक और आध्यात्मिक चेतना से ओतप्रोत है।
2.Mansa Devi Temple
मंसा देवी मंदिर – हरिद्वार का एक प्रमुख आकर्षण
हरिद्वार में स्थित मंसा Mansa Devi Temple शहर के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है। यह मंदिर मां मंसा देवी को समर्पित है, जो कि शिव परिवार की एक शक्ति हैं।
Mansa Devi Temple शिवालिक पर्वत पर स्थित है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए भक्तों को रोप-वे की सहायता लेनी पड़ती है। मंदिर तक जाने वाला रोप-वे का सफ़र बहुत ही रोमांचक होता है।
Mansa Devi Temple का निर्माण लगभग 200 वर्ष पूर्व राजा गोपाल राय ने करवाया था। यह मंदिर अपनी सुंदर मूर्तियों और वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
मंसा देवी की मूर्ति स्वर्ण से बनी हुई है और उनके चारों ओर अन्य हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगी रहती हैं।
नवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर में विशेष पूजा अर्चनाएं होती हैं और भारी संख्या में भक्त दर्शनों के लिए आते हैं। माना जाता है कि मंसा देवी का आशीर्वाद मिलने से कई समस्याएं दूर हो जाती हैं।
Mansa Devi Temple हरिद्वार में एक अनिवार्य दर्शनीय स्थल है, जो अपने धार्मिक महत्व और सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ आना हर श्रद्धालु की इच्छा होती है।
3.Chandi Devi Temple
हरिद्वार स्थित चंडी देवी मंदिर पर हिंदी में लेख:
चंडी देवी मंदिर –
हरिद्वार में स्थित Chandi Devi Temple शहर के प्रमुख धार्मिक केंद्रों में से एक है। यह मंदिर माँ चंडी को समर्पित है, जो हिंदू देवी की उपासना का एक रूप है।
Chandi Devi Temple नील पर्वत पर स्थित है जो कि हरिद्वार शहर के उत्तर में है। मंदिर तक पहुँचने के लिए 3 किलोमीटर का ट्रैक किया जाना पड़ता है। रास्ते में माँ चंडी की विशाल प्रतिमा दर्शनीय है।
Chandi Devi Temple का निर्माण 8वीं शताब्दी में आदि शंकराचार्य द्वारा करवाया गया था। मंदिर में माँ चंडी की प्राचीन प्रतिमा स्थापित है।
चंडी देवी युद्ध की देवी मानी जाती हैं और मान्यता है कि उनकी कृपा से युद्ध में विजय प्राप्त होती है। नवरात्रि पर यहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
चंडी देवी मंदिर की वास्तुकला बहुत ही खूबसूरत है। मंदिर परिसर में माँ चंडी के अलावा अन्य हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं।
चंडी देवी मंदिर अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के कारण हरिद्वार का प्रमुख आकर्षण है। यहाँ आना हर हिंदू की अभिलाषा होती है।
Top 5 Places In Visit To Haridwar
4.Ganga Aarti at Parmarth Niketan
परमार्थ निकेतन में गंगा आरती – एक अनूठा अनुभव
हरिद्वार स्थित परमार्थ निकेतन में प्रतिदिन सायंकाल को गंगा आरती का आयोजन किया जाता है। यह गंगा आरती देखना और इसमें शामिल होना एक अद्भुत अनुभव होता है।
परमार्थ निकेतन गंगा नदी के किनारे स्थित एक आश्रम है। यहाँ हर शाम को सूर्यास्त के समय आरती के लिए विशाल संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होते हैं।
गंगा आरती के दौरान पूरा माहौल भक्तिमय और आध्यात्मिक बन जाता है। बड़े ही सुरीले स्वरों में भजन-कीर्तन होते हैं। लोग झूमते नाचते हुए गंगा मैया की आराधना करते हैं।
पुजारियों द्वारा दीपों और मशालों से जगमगाते दीपक के साथ गंगा जी की विधि-विधान से आरती की जाती है। आरती के बाद आशीर्वाद के रूप में श्रद्धालुओं पर फूलों की वर्षा की जाती है।
गंगा आरती में शामिल होना एक बेहतरीन अनुभूति है जो मन को शांति और सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है। यह परमार्थ निकेतन की गंगा आरती निस्संदेह एक ऐसा अनुभव है जो जीवनभर याद रहता है।
5.Bharat Mata Mandir
भारत माता मंदिर – राष्ट्र भक्ति का प्रतीक
हरिद्वार में स्थित भारत माता मंदिर अपने अनूठे प्रतिरूप के लिए विख्यात है। इस मंदिर में माता भारती की एक विशाल मूर्ति स्थापित है जो भारत के नक्शे के आकार में बनी हुई है।
भारत माता मंदिर का निर्माण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी महाराज ने सन 1960 में करवाया था। मंदिर में भारत के नक्शे के आकार में माता भारती की एक विशाल मूर्ति स्थापित है जिसकी ऊँचाई 110 फीट है।
मूर्ति के पीछे की दीवार पर ‘वन्दे मातरम्’ लिखा हुआ है। मंदिर में भारत के विभिन्न प्रदेशों से आए पत्थरों और मिट्टी से बनी मूर्तियाँ रखी गई हैं।
भारत माता मंदिर देश प्रेम और राष्ट्रीय एकता की भावना को जागृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहाँ आने वाले सभी पर्यटक राष्ट्रभक्ति का जोश महसूस करते हैं। यह मंदिर हर भारतीय को एकजुटता के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
Conclusion,
निष्कर्ष में मैं कहूँगा कि हरिद्वार एक बहुत ही खूबसूरत और पवित्र शहर है। यहाँ के प्रमुख आकर्षण जैसे हर की पौड़ी, मंसा देवी मंदिर, चंडी देवी मंदिर और परमार्थ निकेतन में होने वाली गंगा आरती इस शहर को विशेष बनाते हैं। गंगा नदी के किनारे स्थित होने के कारण यहाँ आने वाले लोग आध्यात्मिक शांति और सुकून का अनुभव करते हैं। यदि आपको भारत के पवित्र स्थलों की यात्रा करनी है तो एक बार हरिद्वार जरूर घूमें। यकीन मानिए आपको यहाँ की साधु-संतों और गंगा माता की शांति अवश्य मिलेगी।