Introduction
तेलंगाना भारत का सबसे नया राज्य है जो 2014 में आंध्र प्रदेश से अलग होकर बना। यहाँ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य ने इसे पर्यटन की दृष्टि से एक लोकप्रिय स्थान बना दिया है। ऐतिहासिक दृष्टि से भी तेलंगाना काफी समृद्ध है। यहाँ कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल हैं। आइए जानते हैं Telangana के Top 10 famous Tourist Places के बारे में:
- चारमीनार, हैदराबाद
- गोलकुंडा किला, हैदराबाद
- रामोजी फिल्म सिटी, हैदराबाद
- हुसैन सागर झील, हैदराबाद
- नागार्जुन सागर बांध, नालगोंडा
- वारंगल किला, वारंगल
- भद्रकाली मंदिर, वारंगल
- काकतीय कला थोरणम, वारंगल
- कुंतला जलप्रपात, आदिलाबाद
- पाखल झील, वारंगल
Charminar, Hyderabad
चारमीनार, हैदराबाद
हैदराबाद का Charminar इस शहर का प्रमुख आकर्षण और ऐतिहासिक स्थल है। 1591 में कुतुब शाही वंश के चौथे सुल्तान मुहम्मद कुली कुतुब शाह ने इसका निर्माण करवाया था। Charminar का नाम इसके चार मीनारों पर पड़ा है जो इसकी विशेष पहचान हैं।
56 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ये चार मीनारें अरबी, फारसी और इंडो-इस्लामिक वास्तुकला की मिश्रित शैली में बनी हुई हैं। प्रत्येक मीनार चार मंजिला है और इनके बाहरी हिस्से में खूबसूरत फूलों और ज्यामितीय डिजाइन की नक्काशी की गई है। मीनारों के शीर्ष पर एक बड़ा गुंबद स्थित है।
Charminar के चारों तरफ छोटी-छोटी दुकानें और बाज़ार हैं जहां पर्यटक स्थानीय हस्तशिल्प और वस्तुएं खरीद सकते हैं। रात के समय Charminar को रोशनी से सजाया जाता है जो इसे और भी सुंदर बना देती है।
Charminar आज भी हैदराबाद की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक है। यहां आने वाले पर्यटक इसकी वास्तुकला के सौंदर्य से मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।
Golconda Fort, Hyderabad:
गोलकुंडा किला, हैदराबाद
हैदराबाद का Golconda Fort देश के सबसे बड़े और प्रसिद्ध किलों में से एक है। 13वीं शताब्दी में काकतीय वंश के संस्थापक राजा गणपति ने इसका निर्माण करवाया था। बाद में कई शासकों ने इसमें नए इमारतें और किलेबंदी जोड़ी।
Golconda Fort का विस्तार लगभग 5 किमी में है। इसकी दीवारें और बाहरी हिस्सा दृढ़ पत्थरों और ईंटों से बना हुआ है। किले के अंदर कई महल, मस्जिद, हमाम, प्रशासनिक इमारतें और बाग़-बगीचे हैं।
किले का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा दरबार हॉल है जहाँ की छत खूबसूरत फूलों और हैरतअंगेज़ नक्काशी से सुसज्जित है। यहाँ शाही खजाने में कीमती हीरे और रत्न भी रखे जाते थे।
Golconda Fort से शहर का खूबसूरत नज़ारा दिखाई देता है। यह हैदराबाद के इतिहास और स्थापत्य कला की झलक प्रदान करता है। पर्यटक यहाँ के भव्य वास्तुकला को देखने के लिए आते हैं।
Ramoji Film City, Hyderabad:
रामोजी फिल्म सिटी, हैदराबाद
हैदराबाद के आस-पास स्थित Ramoji Film City दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म स्टूडियो कॉम्प्लेक्सों में से एक है। इसकी स्थापना 1996 में रामोजी राव ने की थी। यहां 2000 एकड़ से अधिक क्षेत्र में सिनेमा निर्माण की सभी सुविधाएं मौजूद हैं।
Ramoji Film City में विशाल साउंड स्टेज, शूटिंग स्टूडियो, ऐतिहासिक सेट्स, गार्डन्स, पोस्ट प्रोडक्शन स्टूडियो और विशेष प्रभावों के लिए ग्रीन रूम शामिल हैं। यहां फिल्म निर्माण के लिए आवश्यक सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
Ramoji Film City में 1000 से अधिक फिल्मों की शूटिंग हुई है जिनमें बॉलीवुड और तमिल, तेलुगू जैसी भाषाई फिल्में शामिल हैं। यहां आने वाले पर्यटक फिल्म निर्माण की प्रक्रिया को देख सकते हैं।
Ramoji Film City ने हैदराबाद को भारत का फिल्म निर्माण हब बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह एक मनोरंजक और शिक्षाप्रद पर्यटन स्थल है।
Hussain Sagar Lake, Hyderabad:
हुसैन सागर झील, हैदराबाद
हैदराबाद की एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण Hussain Sagar Lake है। यह झील कृत्रिम रूप से 1562 में कुतुब शाही वंश के सुल्तान मुहम्मद कुली कुतुब शाह द्वारा बनवाई गई थी।
Hussain Sagar Lake का नाम सुल्तान हुसैन शाह वजीर के नाम पर पड़ा, जिन्होंने इस झील के निर्माण में योगदान दिया था। यह झील 5.7 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली हुई है।
Hussain Sagar Lake के बीच में एक बड़ा द्वीप स्थित है, जिसपर बहमनी शासकों के समय का एक खूबसूरत इमारत खंडहर बनकर आज भी मौजूद है। झील के किनारे सैर-सपाटे, बोटिंग और वॉटर स्पोर्ट्स जैसे पर्यटन आकर्षण हैं।
रात को Hussain Sagar Lake के किनारे लगने वाला लेजर शो यहाँ का सबसे बड़ा आकर्षण है। यहाँ खाने-पीने, मनोरंजन और शॉपिंग के भी बहुत सारे विकल्प उपलब्ध हैं।
Hussain Sagar Lake हैदराबाद शहर की � szodis जन-जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुकी है और पर्यटकों को भी बहुत लुभाती है।
Nagarjuna Sagar Dam, Nalgonda:
नागार्जुन सागर बांध, नालगोंडा
तेलंगाना राज्य के नालगोंडा जिले में स्थित Nagarjuna Sagar Dam देश के सबसे बड़े बांधों में से एक है। यह कृष्णा नदी पर बनाया गया है। इसका निर्माण 1955-1967 के बीच हुआ था।
124 मीटर की ऊँचाई वाले इस बांध का निर्माण बिजली उत्पादन और सिंचाई के उद्देश्य से किया गया था। यह तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक को बिजली प्रदान करता है।
नागार्जुन सागर झील में मछली पकड़ने, नौका विहार और क्रूज जैसे पानी के खेलों का आनंद लिया जा सकता है। यहां एक वन्यजीव अभयारण्य भी है।
Nagarjuna Sagar Dam के पास ही नागार्जुनकोंडा में बौद्ध स्तूप और अमरावती के प्राचीन खंडहर भी स्थित हैं।
अपने आकार और खूबसूरती के लिए Nagarjuna Sagar Dam एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की प्रमुख इंजीनियरिंग उपलब्धियों में से एक है।
Warangal Fort, Warangal
वारंगल किला, वारंगल
तेलंगाना राज्य के Warangal शहर में स्थित Warangal Fort 13वीं शताब्दी में काकतीय वंश के संस्थापक गणपति देव ने बनवाया था। यह भारत के सबसे बड़े किलों में से एक है।
इस किले की दीवारें और बुर्ज पत्थरों से बने हुए हैं। किले के अंदर चार मंजिला एक विशाल बरादरी हॉल स्थित है। यहां कई मंदिर भी हैं जिनमें 1000 स्तंभों वाला शिव मंदिर प्रमुख है।
Warangal Fort में कुछ स्तंभ ऐसे भी हैं जिनपर तेलुगू भाषा के प्राचीन शिलालेख खुदे हुए हैं। ये शिलालेख काकतीय शासकों और उनकी वीरता के बारे में बताते हैं।
Warangal Fort से शहर का सुंदर नज़ारा दिखाई देता है। यहां से खंडहर, झील और पहाड़ियों के नज़ारे को भी देखा जा सकता है। इतिहास प्रेमियों के लिए यह किला एक आकर्षण का केंद्र है।
Bhadrakali Temple, Warangal:
भद्रकाली मंदिर, वारंगल
तेलंगाना के वारंगल शहर स्थित Bhadrakali Temple देवी भद्रकाली को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर 8वीं शताब्दी में काकतीय राजा गणपति देव ने बनवाया था।
Bhadrakali Temple अपने वास्तुकला शैली के लिए प्रसिद्ध है। यहां के स्तंभ और दीवारें काले बेसाल्ट पत्थर से बनी हुई हैं। मंदिर की सजावट में नक्काशीदार स्तंभ और सिंहों की मूर्तियां शामिल हैं।
मंदिर के गर्भगृह में देवी भद्रकाली की 6 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है जो काले पत्थर की बनी हुई है। देवी के चार हाथ हैं जिनमें से दो में तलवार और दो में वरद मुद्रा में हैं।
Bhadrakali Temple के आस-पास कई छोटे मंदिर भी हैं। यहां हर साल बैशाख माह में भड़काली जात्रा का आयोजन किया जाता है जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के कारण Bhadrakali Temple वारंगल प्रदेश की धरोहर है और पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है।
Top 10 famous Tourist Places In Telangana
Kakatiya Kala Thoranam, Warangal:
काकतीय कला थोरणम, वारंगल
Warangal शहर में स्थित Kakatiya Kala थोरणम या Warangal का प्रवेश द्वार 13वीं शताब्दी में काकतीय राजा गणपति देव द्वारा बनवाया गया था।
यह 15 मीटर ऊंचा प्रवेश द्वार पूरी तरह से पत्थर से निर्मित है। इस पर नक्काशी का काम शिल्पकारों ने बहुत सुंदरता से किया है।
Thoranam के चारों स्तंभों पर खूबसूरत मूर्तियाँ और नक्काशी की गई हैं जिनमें देवताओं, जानवरों, पेड़-पौधों और नृत्य करते हुए महिलाओं की आकृतियाँ दिखाई देती हैं।
कला Thoranam के ऊपरी हिस्से में काकतीय वास्तुकला की खूबसूरती को दर्शाती घुमावदार आकृतियाँ बनी हुई हैं। इस ऐतिहासिक स्मारक की आकर्षक डिज़ाइन और नक्काशी आज भी लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
कला Thoranam Warangal और तेलंगाना की कला एवं संस्कृति की झलक प्रदान करता है। यह एक जीवंत ऐतिहासिक धरोहर है जिसपर हर कोई गर्व करता है।
Kuntala Waterfall, Adilabad:
कुंतला जलप्रपात, आदिलाबाद
आदिलाबाद जिले में स्थित Kuntala Waterfall तेलंगाना का सबसे ऊंचा जलप्रपात है। यह कुंतला नदी पर स्थित है और लगभग 45 मीटर की ऊंचाई से गिरता है।
यहां पानी कई छोटे-छोटे झरनों से गिरकर एक बड़े झरने का रूप ले लेता है। प्रपात के नीचे एक गहरा पूल बना हुआ है। जलप्रपात के आस-पास हरे-भरे पहाड़ और घने जंगल हैं।
मानसून के दौरान Kuntala Waterfall अपनी खूबसूरती में नज़र आता है। पानी की मात्रा अधिक होने से झरने का विस्तार बढ़ जाता है। प्रकृति प्रेमियों को यहां घूमना बेहद पसंद आता है।
Kuntala Waterfall तक पहुंचने के लिए आदिलाबाद से लगभग 130 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। यह एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है और पर्यटकों को बहुत पसंद आता है।
Pakhal Lake, Warangal:
पाखल झील, वारंगल
वारंगल जिले में स्थित Pakhal Lake एक खूबसूरत पिकनिक स्थल है। यह झील 12वीं शताब्दी में काकतीय राजा गणपति देव ने बनवाई थी।
Pakhal Lake करीब 50 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली हुई है। झील के किनारे सुंदर उद्यान हैं और पानी में नौका विहार का आनंद लिया जा सकता है।
Pakhal Lake के बीच में एक छोटा सा द्वीप है जिस पर एक छोटा मंदिर बना हुआ है। मंदिर तक पहुँचने के लिए पुल बना हुआ है।
Pakhal Lake के आस-पास कई चिड़ियाघर और पार्क भी हैं जहाँ परिवार के साथ बिताया जा सकता है। यह पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है।
Conclusion
तेलंगाना में ऐतिहासिक स्थलों से लेकर प्राकृतिक सौंदर्य तक कई पर्यटन स्थल हैं। चारमीनार, गोलकुंडा किला, रामोजी फिल्म सिटी जैसे स्थान तेलंगाना की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। वहीं हुसैन सागर झील, नागार्जुन सागर बांध, कुंतला जलप्रपात जैसे स्थान प्राकृतिक सौंदर्य के प्रतीक हैं।
ये पर्यटन स्थल तेलंगाना की विशिष्ट संस्कृति और इतिहास को दर्शाते हैं। अगर आप भारत का यह नया राज्य घूमना चाहते हैं तो इन जगहों पर अवश्य जाएँ। यहाँ का भूगोल, इतिहास, कला और संस्कृति आपको बहुत प्रभावित करेंगे।